आम आदमी पार्टी के दिल्ली अध्यक्ष और पूर्व स्वास्थ्य मंत्री सौरभ भारद्वाज ने आरोप लगाते हुए कहा- AQI 999 से भी ज्यादा, दिल्ली सरकार डाटा छिपा रही है। आप नेता ने दिल्ली में बढ़ते प्रदूषण और AQI डाटा पर तीन सवाल भी किए।
दीवाली की अगली सुबह राजधानी दिल्ली के 38 निगरानी केंद्रों में से 36 में प्रदूषण का स्तर ‘रेड जोन’ में दर्ज किया गया। कई इलाकों में AQI 400 पार रहा। आम आदमी पार्टी के दिल्ली अध्यक्ष और पूर्व स्वास्थ्य मंत्री सौरभ भारद्वाज ने आरोप लगाते हुए कहा- “AQI 999 से भी ज्यादा, दिल्ली सरकार डाटा छिपा रही है।” आप नेता ने दिल्ली में बढ़ते प्रदूषण और AQI डाटा पर तीन सवाल भी किए। इसके साथ ही दिल्ली की सीएम रेखा गुप्ता पर तंज भी कसा।
AQI 999 से भी ज्यादा, सौरभ भारद्वाज
आप नेता सौरभ भारद्वाज ने एक्स पर एक वीडियो शेयर करते हुए आरोप लगाया- “AQI 999 से भी ज़्यादा। सरकार AQI का डाटा छुपा रही है, मगर लोगों के अपने पॉल्यूशन मॉनिटरिंग डिवाइस सच दिखा रहा है।” आप नेता ने आगे बताया, किसी ने ये वीडियो भेजा है। इसके बाद लिखा- सवाल है सरकार क्यों चाहती है कि लोग बीमार पड़ें ?
मेरे मोबाइल में AQI 600 दिखा रहा है
सौरभ भारद्वाज ने पीटीआई से बातचीत के दौरान भी अपना मोबाइल फोन दिखाते हुए डाटा में गड़बड़ी का आरोप लगाया था। उन्होंने कहा, इसमें एक्यूआई 600 दिखा रहा है। पता नहीं सरकार ने क्या किया है, मुझे इसकी जानकारी नहीं है। सौरभ ने तंज कसते हुए कहा, जिस सरकार की मुख्यमंत्री AQI भी नहीं बोल सकती हैं। वो IQ, AIQ, QQ पता नहीं क्या-क्या बोलती हैं। तो मैं उनसे उम्मीद नहीं करता कि वो यमुना या एयर पलूशन को समझ सकती हैं।
आप ने दिल्ली सरकार से किए 3 सवाल
सौरभ भारद्वाज ने एक्स पर किए गए एक अन्य ट्वीट में दिल्ली सरकार से 3 सवाल किए। पहला- दिवाली की रात दिल्ली के प्रदूषण स्तरों PM2.5 और PM10 के CPCB डेटा उपलब्ध क्यों नहीं? (20 अक्टूबर की शाम 7 बजे से 21 अक्टूबर की सुबह 6 बजे तक) दूसरा- दिवाली की रात अधिकांश DPCC वायु प्रदूषण निगरानी स्टेशनों पर डेटा क्यों गायब था? तीसरा- क्या सरकार अब प्रदूषण डेटा में हेराफेरी कर रही है?
जानिए सरकारी आंकड़े क्या कहते हैं
आपको बताते चलें कि केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (CPCB) अनुसार, दिल्ली का वायु गुणवत्ता सूचकांक (AQI) दोपहर करीब 11 बजे 359 रहा, जो ‘बेहद खराब’ श्रेणी में आता है। सोमवार को, राजधानी के 38 निगरानी केंद्रों में से 36 ने प्रदूषण का स्तर ‘रेड जोन’ में दर्ज किया था। इनमें जहांगीरपुरी में एक्यूआई 409, वजीरपुर में 408, बवाना में 432 और बुराड़ी में 405 दर्ज किया गया था।