अभिनेता अल्लू अर्जुन हुए गिरफ्तारी के बाद रिहा। जानिए पूरा मामला।

अभिनेता अल्लू अर्जुन हैदराबाद की चांचलगुडा सेंट्रल जेल में एक रात बिताने के बाद शनिवार की सुबह रिहा हो गए.

एक सिनेमा हॉल में उनकी फ़िल्म पुष्पा-2: द रूल की स्क्रीनिंग के दौरान मची भगदड़ में एक महिला की मौत के बाद अल्लू अर्जुन के ख़िलाफ़ मामला दर्ज किया गया था. हैदराबाद पुलिस ने शुक्रवार को उन्हें गिरफ़्तार कर कोर्ट में पेश किया था. हालांकि, कुछ देर बाद ही तेलंगाना हाई कोर्ट ने उन्हें चार सप्ताह की अंतरिम ज़मानत दे दी थी. लेकिन रात में उन्हें रिहा नहीं किया गया था. जेल से रिहा होने के बाद अल्लू अर्जुन ने अपने प्रशंसकों को शुक्रिया कहा। उन्होंने कहा, “शुक्रिया, मैं क़ानून का पालन करने वाला नागरिक हूं. मैं क़ानून का सम्मान करता हूं. मैं इस मामले में पूरा सहयोग करूंगा.

रिहाई के बाद और क्या कहा

अल्लू अर्जुन ने हादसे में जान गंवाने वाली महिला के परिवार के प्रति संवेदना भी व्यक्त की। उन्होंने इस घटना को दुर्भाग्यपूर्ण बताया. हालांकि, उन्होंने ये भी कहा कि ‘ये पूरी तरह गैर-इरादतन था लेकिन जो भी हुआ मैं उसके लिए माफ़ी मांगता हूं। मैं इस परिवार को जिस भी तरह से मदद कर सकूं, उसके लिए हमेशा मौजूद रहूंगा।’ कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के बीच उन्हें शुक्रवार को उनके निवास से पुलिस ने उन्हें हिरासत में लिया और चिक्कड़पल्ली पुलिस स्टेशन लेकर गई। बाद में पुलिस ने बताया कि उन्हें गिरफ्तार किया गया है. अर्जुन के वकील अशोक रेड्डी ने कहा कि शनिवार की सुबह अल्लू अर्जुन को रिहा कर दिया गया है। उन्होंने कहा, “तेलंगाना हाई कोर्ट से उन्हें ऑर्डर की कॉपी मिल गई थी, लेकिन इसके बाद भी उन्हें (अल्लू अर्जुन) छोड़ा नहीं गया था। उन्हें इसके बाद क्यों नहीं छोड़ा गया.”हाई कोर्ट ने कहा था कि ऑर्डर की कॉपी मिलने के तुरंत बाद अल्लू अर्जुन को छोड़ना होगा, लेकिन ऐसा नहीं हुआv इस पर जवाब देना होगा और हम इसके ख़िलाफ़ क़ानूनी लड़ाई लड़ेंगे.” क़ानूनी मामलों से जुड़ी ख़बरों को कवर करने वाली वेबसाइट लाइव लॉ के अनुसार तेलंगाना हाई कोर्ट ने 13 दिसंबर को चार सप्ताह की ज़मानत दी थी. वहीं क़ानूनी मामलों से जुड़ी ख़बरों को कवर करने वाली वेबसाइट बार एंड बेंच के अनुसार जस्टिस जुवादी श्रीदेवी की एकल बेंच ने कहा कि प्रथम दृष्ट्या इस घटना के लिए अल्लू अर्जुन को ज़िम्मेदार नहीं ठहराया जा सकता क्योंकि वो ज़रूरी इजाज़त लेने के बाद फ़िल्म के शो के लिए गए थे. अल्लू अर्जुन से कोर्ट से गुज़ारिश की थी कि उनके ख़िलाफ़ दर्ज केस रद्द कर दिया जाए. इस मामले में भारतीय न्याय संहिता की धारा 105, 118(1) और 3(5) के तहत मामला दर्ज किया गया था।

क्या है मामला?

अल्लू अर्जुन
अल्लू अर्जुन पुलिस थाने में

दिसंबर चार को अल्लू अर्जुन की फिल्म ‘पुष्पा-2: द रूल’ की रिलीज़ की पूर्व संध्या पर हैदराबाद के ‘संध्या थिएटर’ में फिल्म की स्क्रीनिंग रखी गई थी. यहां लोग एडवांस में टिकट खरीदकर फ़िल्म देखने पहुंचे थे. अल्लू अर्जुन की टीम ने अचानक यहां उनके जाने का कार्यक्रम बनाया और उनके सिनेमाघर पहुंचते ही प्रशंसकों में उन्हें देखने के लिए भगदड़ मच गई. अल्लू अर्जुन और उनकी सुरक्षा में लगे 30 से 40 लोग थिएटर की निचली बालकनी में फ़िल्म देखने के लिए आए. उस समय बड़ी संख्या में प्रशंसकों और सुरक्षाकर्मियों के आ जाने के कारण वहां भगदड़ मच गई. इस दौरान वहां 35 साल की एक महिला की मौत हो गई और जिसे लेकर अल्लू अर्जुन समेत कई लोगों पर मुकदमा दर्ज हुआ था. शुक्रवार को उन्हें थाने ले जाने के बाद हैदराबाद के एडिशनल सीपी (क़ानून व्यवस्था) विक्रम सिंह मान ने कहा, “पुलिस प्रक्रिया का पालन कर रही है।” पुलिस के मुताबिक़ महिला के पति की शिकायत के आधार पर मामला दर्ज किया गया था।

अल्लू अर्जुन
पुलिस टीम अल्लू अर्जुन को गिरफ़्तार करने उनके घर पहुंची

चिकड़पल्ली के एसीपी रमेश कुमार की अगुआई में पुलिस की एक टीम शुक्रवार को अल्लू अर्जुन की गिरफ़्तारी के लिए पहुंची थी. उन्हें चिक्कड़पल्ली थाने ले जाया गया. बाद में पुलिस ने बताया कि उन्हें गिरफ़्तार कर लिया गया है. अल्लू अर्जुन को गिरफ़्तारी के बाद गांधी अस्पताल ले जाया गया. इसके बाद उन्हें अदालत के सामने पेश किया गया. अल्लू अर्जुन की गिरफ़्तारी की आलोचना करते हुए बीआरएस नेता केटी रामाराव ने कहा इससे पता चलता है कि राज्य सरकार कितनी असुरक्षित है. अल्लू अर्जुन को थाने ले जाने से जुड़े एक वीडियो में दिख रहा है कि पुलिस उन्हें अपने साथ ले जा रही है. इसमें अल्लू अर्जुन कहते दिख रहे हैं, “कपड़े बदल कर आ रहा हूं. थोड़ा समय दीजिए.” इस वीडियो में वो कह रहे हैं बेडरूम में घुस कर उन्हें ले जाना ग़लत है. इस बीच उनकी पत्नी स्नेहा की आंखों में आंसू हैं और अल्लू अर्जुन उन्हें चुप कराते दिख रहे हैं. इसके बाद अल्लू अर्जुन को चिकड़पल्ली थाने ले जाया गया. अल्लू अर्जुन के साथ उनके पिता अल्लू अरविंद और भाई अल्लू शिरीष भी वहां मौजूद दिख रहे हैं. चार दिसंबर को संध्या थियेटर में हुई भगदड़ के मामले में पुलिस ने 8 दिसंबर को तीन लोगों को गिरफ़्तार किया था. पुलिस ने संध्या थियेटर के मालिकों में से एक एम संदीप, सीनियर मैनेजर एस एम नागाराजू और लोअर बालकनी इंचार्ज जी विजया चंद्रा को गिरफ़्तार किया है. इस मामले में संध्या थिएटर के प्रबंधन ने तेलंगाना हाई कोर्ट में एक याचिका दायर की है और कहा है कि उनका इस मामले से कोई नाता नहीं है।

किसने क्या कहा?

अल्लू अर्जुन को पुलिस थाने ले जाने की ख़बर आने के बाद से उनका नाम सोशल मीडिया पर ट्रेंड में रहा. कलाकार से लेकर राजनीति से जुड़े लोगों ने इस मामले में टिप्पणी की. आंध्र प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और वाईएसआर कांग्रेस के अध्यक्ष जगन मोहन रेड्डी ने अपने सोशल मीडिया अकाउंट पर लिखा कि संध्या थिएटर में भगदड़ में एक महिला की मौत की घटना दुखद है. उन्होंने लिखा, “अल्लू अर्जुन ने इस मामले में शोक व्यक्त किया था और उन्होंने ज़िम्मेदार तरीके से काम करते हुए कहा कि वो परिवार के साथ हैं. लेकिन इस घटना के लिए सीधे तौर पर उन्हें ज़िम्मेदार ठहराना कहां तक उचित है?” वहीं बीजेपी नेता टी राजा सिंह ने कहा, “पुलिस का कहना है कि अल्लू अर्जुन ने संध्या थिएटर जाने के बारे में पुलिस का जानकारी नहीं दी थी जिस कारण भगदड़ मची और एक महिला की मौत हो गई.” “संध्या थिएटर के मालिक का कहना है कि हमने हैदराबाद सिटी कमिश्नर को एक चिट्ठी देकर कहा था कि अल्लू अर्जुन यहां आने वाले हैं. लेकिन अगर बताने के बाद भी पुलिस नहीं आई तो इसमें किसकी ग़लती है. ये सवाल मैं मुख्यमंत्री रेवंत रेड्डी से पूछना चाहता हूं.” समाचार एजेंसी एएनआई के अनुसार तेलंगाना के मुख्यमंत्री रेवंत रेड्डी ने इस बारे में मीडिया के सवालों के उत्तर देते कहा, “पता करके बताता हूं.” एक टेलिविज़न चैनल के कार्यक्रम में उन्होंने कहा कि “वो चाहें तो स्टूडियो में स्पेशल शो देख सकते थे,. आजकल घर पर भी होम थिएटर रहता है वो उस पर भी देख सकते थे. वो जनता में देखने के लिए जा रहें तो उन्हें इसकी जानकारी पुलिस को या फिर वहां के मैनेजमेंट को देनी चाहिए थी।”

 नेता और गृह राज्य मंत्री बांदी संजय कुमार ने इस मामले पर कहा कि अल्लू अर्जुन को उनके बेडरूम से सीधे ले जाना और कपड़े बदलने तक का वक्त न देना अपमानजनक है. उन्होंने सोशल मीडिया पर लिखा, “संध्या थिएटर में एक महिला की मौत की घटना दुर्भाग्यपूर्ण है लेकिन ये कांग्रेस सरकार की नाकामी दिखाती है जो भीड़ को नियंत्रित करने में नाकाम रही.” राजस्थान के जयपुर में एक कार्यक्रम में हिस्सा लेते हुए बॉलीवुड कलाकार वरुण धवन ने कहा जो हादसा हुआ वो बेहद दुखद है. उन्होंने कहा, “लेकिन सुरक्षा से जुड़ी हर ज़िम्मेदारी कलाकार अपने हाथों में नहीं ले सकता.” इस मामले पर अभिनेता विवेक ओबरॉय ने भी एक बयान जारी किया है. सोशल मीडिया पर उन्होंने लिखा, “किसी की ज़िंदगी का जाना दर्दनाक है और ऐसा नहीं होना चाहिए लेकिन इस घटना के लिए अल्लू अर्जुन को गिरफ्तार करना क्या सही है?” उन्होंने लिखा, “मैं आप सभी से एक सवाल करना चाहता हूं. अगर इस तरह की घटना किसी नेता की चुनावी रैली में होती तो क्या पुलिस उन्हें गिरफ्तार करती? क्या क़ानून और व्यवस्था मामले में उन्हें ज़िम्मेदार ठहराया जाता और सरकार के प्रतिनिधियों के साथ वही बर्ताव होता जो अल्लू अर्जुन से साथ किया गया है? क्या ये सही है?” “मैं समझता हूं कि पुलिस अपनी ड्यूटी निभा रही है लेकिन क्या आपको नहीं लगता कि सिस्टम को बेहतर बनाए जाने की ज़रूरत है ताकि इस तरह की घटना न हो?”

अल्लू अर्जुन ने क्या कहा?

अल्लू अर्जुन
फ़िल्म के प्रचार से जुड़े एक कार्यक्रम में अल्लू अर्जुन

अल्लू अर्जुन ने तेलंगाना हाई कोर्ट में याचिका दायर कर कहा है कि उनके ख़िलाफ़ दर्ज केस रद्द कर दिया जाए. अल्लू अर्जुन अपनी याचिका में कहा है कि उन्होंने पुलिस को पहले ही बताया था कि वह थियेटर में आने वाले हैं. इस हादसे में उनका कोई हाथ नहीं है. उन्होंने पहले ही एक वीडियो मैसेज जारी कर महिला की मौत पर दुख जताया था. उन्होंने ऐलान किया था कि वह महिला के परिवार वालों को 25 लाख रुपये देंगे।

पीड़िता कौन हैं?

पांच दिसंबर को ‘पुष्पा 2: द रूल’ रिलीज़ हुई थी. इसके एक दिन पहले यानी चार दिसंबर को फ़िल्म का प्रीमियर शो आंध्र प्रदेश और तेलंगाना में रात 9.30 बजे से दिखाया गया था. इसी दिन संध्या थिएटर में एक बेनिफिट शो आयोजित किया गया. भास्कर अपनी पत्नी रेवती (35 साल), बेटे और बेटी के साथ वहां आए थे. अल्लू अर्जुन भी उस थिएटर में फ़िल्म देखने पहुंचे. उस वक्त उन्हें देखने के लिए फैंस की भीड़ उमड़ पड़ी थी. इस दौरान हुई भगदड़ में रेवती और उनका बेटा नीचे गिर गये और बेहोश हो गए। रेवती की मौत हो गई। पुलिस के अनुसार रेवती के पति भास्कर की शिकायत पर मामला दर्ज किया गया है. डीसीपी अक्षांश यादव कहते हैं, “अल्लू अर्जुन और उनकी सुरक्षा में लगे 30-40 लोग फ़िल्म देखते समय थिएटर की निचली बालकनी में आ गए. बड़ी संख्या में प्रशंसक उन्हें देखने के लिए उमड़े. भगदड़ मच गई और रेवती और उनका बेटा बेहोश हो गए।” उन्होंने कहा, “इस घटना की आगे की जांच चल रही है।”

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