उत्तराखंड की पहचान मूल रूप से यहां पर विराजमान भगवान बद्रीनाथ जी केदारनाथ जी गंगोत्री एवं यमुनोत्री के मंदिरों के रूप में यहां का नाम देव भूमि के नाम से जाना जाता है और यहां पर हर वर्ष गर्मियों के समय पर्वतों पर विराजमान मंदिरों के कपाट दर्शन के लिए खोले जाते हैं और हिंदू धर्म में आस्था रखने वाले देश विदेश से श्रद्धालु यहां दर्शन के लिए आते हैं इन्हीं सब श्रद्धालुओं को ध्यान में रखते हुए इस बार उत्तराखंड के गढ़वाल मंडल विकास निगम के 78 गेस्ट हाउस मे स्थानीय शिल्प कारों द्वारा निर्मित उत्पादों को रखकर बेचा जाएगा जिससे देश विदेश से आए सैलानी अपने साथ यहां के स्थानीय खाद्य एवं हस्तशिल्प निर्मित वस्तुओं को यादगार के रूप में अपने साथ ले जा सकेंगे गढ़वाल मंडल के सभी 78 गेस्ट हाउस में स्थानीय महिला एवं स्वयं सहायता समूह के सहयोग से आउटलेट खोलने जा रहा है इसके लिए चयनित समूह को जगह एवं सुविधाएं निशुल्क उपलब्ध कराई जाएंगी स्थानीय उत्पादों की बिक्री से समूह को प्लेटफार्म मिलने के साथ ही उनकी आय में वृद्धि तो होगी ही साथ ही साथ देश एवं विदेश में अलग पहचान मिलेगी