ढालवाला (ऋषिकेश), 25 सितंबर 2025, गुरुवार — भारतीय ग्रामोत्थान संस्थान, ढालवाला में ई.आई.ए.सी.पी – आर पी, वन अनुसंधान संस्थान देहरादून द्वारा एवं संस्था की अध्यक्षा श्रीमती गीता चंदौला के सहयोग से एक दिवसीय कार्यशाला का आयोजन किया गया। कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य ग्रामीण समुदायों को गैर-काष्ठ वन उत्पादों (NTFPs) के मूल्यवर्धन तथा ग्रीन स्किलिंग के अवसरों से जोड़ना रहा।
कार्यशाला का संचालन श्री शिवम् कुमार शर्मा, प्रोग्राम अधिकारी, ई.आई.ए.सी.पी – आर.पी, वन अनुसंधान संस्थान द्वारा किया गया। उन्होंने श्री नवजोत सिंह पयाल, आईटी/जीआईएस अधिकारी, ई.आई.ए.सी.पी – आर पी के साथ प्रतिभागियों को बांस, रिंगाल, च्यूरा (Diploknema butyracea) तथा अन्य उत्पाद जैसे महेल, बेडू आदि की उपयोगिता, उनके आर्थिक लाभ एवं टिकाऊ आजीविका में योगदान पर जानकारी दी।
प्रतिभागियों को साबुन, मोमबत्ती, पेन स्टैंड, मॉइस्चराइज़र क्रीम, टोकरी और अन्य हर्बल उत्पाद बनाने की विधियों की भी जानकारी दी गई। विशेषज्ञों ने बताया कि गैर-काष्ठ वन उत्पादों का प्रशिक्षण और मूल्यवर्धन ग्रामीण युवाओं व महिलाओं को ग्रीन स्किलिंग के माध्यम से आत्मनिर्भर बनाने में सहायक सिद्ध होगा।
कार्यक्रम के अंत में भारतीय ग्रामोत्थान संस्थान के 47 कर्मचारियों को प्रमाण पत्र वितरित किए गए। इस अवसर पर श्री नरेन्द्र कुकशाल, जनसंपर्क अधिकारी, श्री अनिल चंदोला, प्रभारी, श्री राम सेवक रतूड़ी, श्रीमती बीना पुंडीर, श्रीमती विमला चौहान, श्रीमती रजनी उनियाल, श्रीमती मधु चौहान सहित कुल 107 अन्य कर्मचारी उपस्थित रहे।


