उत्तराखंड में मानसून अगले कुछ दिनों तक कहर बरपा सकता है। दिन की अपेक्षा रात के समय अधिक नुकसान होने की आशंका को देखते हुए मौसम विज्ञान केंद्र ने अलर्ट जारी किया है। मौसम विज्ञान केंद्र ने कुमाऊं मंडल के लिए रेड अलर्ट जारी किया है, जबकि गढ़वाल मंडल के लिए ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है। मौसम विज्ञान केंद्र के निदेशक विक्रम सिंह का कहना है कि मानसून की अच्छी बारिश शुरू हो गई है। रविवार रात्रि साढ़े ग्यारह बजे से अतिवृष्टि की आशंका थी। बताया कि 2 जुलाई से 4 जुलाई तक के लिए कुमाऊं मंडल में रेड अलर्ट रहेगा, जबकि 5 और 6 जुलाई के लिए ऑरेंज अलर्ट रखा गया है।
मौसम विभाग ने कहा कि इसके बाद भी बारिश की स्थिति को देखते हुए रेड अलर्ट को बढ़ाया जा सकता है। कुमाऊं मंडल में नदियों के आसपास रहने वाले लोगों को सुरक्षित जगह पर चले जाना चाहिए। इसी तरह से जहां भी भूस्खलन की आशंका हो, वहां से भी लोगों को हटकर सुरक्षित स्थानों पर जाना चाहिए। दिन के समय तो लोगों को नदी के जलस्तर बढ़ने का पता चल जाता है, लेकिन रात के समय नदी किनारे रहने वाले लोगों के बाढ़ की चपेट में आने की आशंका बढ़ जाती है। ग्रामीण क्षेत्रों में रहने वाले लोगों को आपस में जिम्मेदारी तय करनी चाहिए, ताकि रात में नदी का जलस्तर बढ़ने पर लोगों को अलर्ट किया जा सके।
चारधाम यात्रा के दौरान रहें सतर्क
इस तरह के हालात 4 से 5 दिन तक रहने वाले हैं, इसीलिए लोगों को अतिरिक्त सतर्कता रखनी चाहिए। इन हालात में यात्रा करने से भी लोगों को बचना चाहिए। बेहद जरूरी होने पर ही यात्रा करें, लेकिन उसके साथ ही सतर्कता भी बरतें। जैसे-जैसे बारिश बढ़ती जाएगी वैसे-वैसे भूस्खलन या नदियों के जलस्तर बढ़ने की आशंका भी बढ़ेगी। किसी भी आपदा की चपेट में आने से बचने के लिए सावधानी बरतनी चाहिए। इसी तरह से गढ़वाल मंडल के देहरादून, टिहरी, पौड़ी और हरिद्वार में बारिश का ऑरेंज अलर्ट है। यहां के लोगों को भी सतर्क रहना होगा। चारधाम यात्रा पर आ रहे लोगों को सावधानी रखनी होगी। तीर्थ यात्री यात्रा पर आने से पहले का पूर्वानुमान लेकर ही निकले।