Rudraprayag: झाड़ियों के अंदर तार में फंसा भालू, ट्रेंकुलाइज कर करीब छह घंटे की मशक्कत के बाद निकाला जा सका

तार में फंसे भालू को छह घंटे की मशक्कत के बाद निकाला जा सका। काफल के पेड़ पर चढ़ने के दौरान भालू यहां फंसा था। भालू को ट्रेंकुलाइज किया गया। होश में आते ही वह जंगल की तरफ भागा।

जखोली ब्लॉक के मयाली गुप्तकाशी मार्ग पर गैस गोदाम के पीछे एक भालू झाड़ियों में तार में फंस गया। करीब छह घंटे की मशक्कत के बाद भालू को निकाला जा सका। भालू को पकड़ने के लिए उसे ट्रेंकुलाइज किया गया। वनकर्मी उसे पिंजरे में कैद करते लेकिन उसे होश आया और वह जंगल की तरफ भाग गया।

शुक्रवार को बड़मा-मुन्ना देवल ग्राम में गैस गोदाम के पीछे काफल के पेड़ पर चढ़ने के दौरान एक भालू झाड़ियों में लगे तार में फंस गया था। घास लेने जा रहे ग्रामीणों ने यह देखा तो इसकी सूचना वन विभाग को दी। वन विभाग के उप प्रभागीय वनाधिकारी डॉ. दिवाकर पंत के नेतृत्व में वन विभाग और पशुपालन विभाग की टीम मौके पर पहुंची।

कर्मियों ने पिंजरे को सामने रख तार को काटा
इसके बाद भालू काे बचाने के लिए रेस्क्यू अभियान चलाया गया। भालू को पकड़ने के लिए तीन राउंड ट्रेंकुलाइज किए गए तब जाकर भालू बेहोश हुआ। भालू करीब 150 किलो का था और तार में बुरी तरह फंसा था। बेहोश होने के बाद भी उसके शरीर में हरकत थी। इस पर वन विभाग के कर्मियों ने पिंजरे को सामने रख तार को काटा। तार हटने के बाद भालू पहाड़ी ढलान पर लुढ़कने लगा और नीचे गिर गया। इसके बाद उसे होश आ गया।
वन विभाग के कर्मी उसे पकड़ते उससे पहले ही भालू उठ गया और जंगल की तरफ भाग गया। उप प्रभागीय वनाधिकारी डॉ. दिवाकर पंत ने बताया कि कड़ी मशक्कत के बाद भालू का रेस्क्यू किया गया। भालू नर था जो ढलान से लुढ़ककर होश में आ गया और जंगल की तरफ भाग गया। उन्होंने कहा कि भालू की गतिविधि पर नजर रखने के लिए 6 टीम मौके पर हैं। वहीं ड्रोन और कैमरा ट्रैप से क्षेत्र की निगरानी की जाएगी।

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