दून से ताजा समाचारों के अनुसार, राज्य के कैबिनेट मंत्री गणेश जोशी, केंद्रीय रेशम बोर्ड के सदस्य पी. शिव कुमार जी 10 सितंबर से 15 दिवसीय की अवधि के सिल्क एक्सपो का उद्घाटन करने जा रहे हैं। केंद्रीय रेशम बोर्ड, केंद्रीय वस्त्र मंत्रालय और उत्तराखंड रेशम विभाग संयुक्त रूप से इस एक्सपो-सिल्क मार्क एक्सपो 2024 की मेजबानी कर रहे हैं, जहां 15 राज्यों के 50 से अधिक रेशम कारीगर अपने रेशम उत्पादों को प्रदर्शित करने के लिए स्टॉल लगाएंगे। उत्तराखंड सहकारी रेशम संघ लिमिटेड के प्रबंध निदेशक आनंद एडी शुक्ला ने इसकी जानकारी देते हुए कहा कि इस तरह की प्रदर्शनी से रेशम कारीगरों और उनके उत्पादों के संभावित खरीदारों दोनों को फायदा होता है। उन्होंने कहा, “कारीगरों को एक ही मंच पर अपने उत्पादों को प्रदर्शित करने का अवसर मिलता है, जबकि ग्राहकों को लाभ होता है क्योंकि एक्सपो में प्रदर्शित रेशम उत्पादों की कीमतें खुले बाजारों की तुलना में बहुत कम होती हैं।” एक्सपो में लोेगों को चमकदार रेशमी साड़ियों से लेकर जटिल रेशमी स्टोल तक की बेहतरीन कृतियों देखने को मिलेंगी।
उत्तराखंड रेशम फेडरेशन के प्रबंध निदेशक आनंद एडी शुक्ल ने बताया कि यह एक्सपो बुनकरों को एक महत्वपूर्ण मंच प्रदान करेगा। इस तरह के आयोजनों से न केवल बुनकरों को बल्कि ग्राहकों को भी बहुत फायदा होता है। सिल्क उत्पादों की कीमतें बाजार में काफी महंगी होती हैं, और इस तरह के प्रदर्शनियों से ग्राहकों को शुद्ध क्वालिटी के उत्पाद मुनासिब दामों पर मिलते हैं। इस एक्सपो का उद्देश्य ग्राहक और दुकानदार के बीच में एक मिडिएटर की तरह काम करना है, जिससे दोनों को फायदा पहुंच सके।
सिल्क मार्क आर्गेनाइजेशन के उप कुल सचिव श्री दशरथी दीप बोहरा जी ने बताया कि, एक्सपो में बुनकरों, निर्माताओं, सहकारी समितियों, एनजीओ, प्रमुख रेशम व्यापारियों, निर्यातकों, और कैवेट की बड़ी भागीदारी की उम्मीद है। इस आयोजन में बिहार, झारखंड, उड़ीसा, छत्तीसगढ़, मध्य प्रदेश, उत्तराखंड, उत्तर प्रदेश जैसे राज्यों सहित देश के विभिन्न हिस्सों से एजेंसियाँ हिस्सा लेंगी। वे अपनी आकर्षक बनावट, रेशम उत्पादों और रेशम हस्तशिल्प की समृद्ध डिजाइन का प्रदर्शन करेंगी।
एमडी शुक्ल एक्सपो का उद्देश्य रेशम उद्योग को बढ़ावा देना और बुनकरों को नए अवसर प्रदान करना है, जिससे वे अपने उत्पाद सीधे ग्राहकों को पहुंचा सकें। यह आयोजन उन सभी के लिए एक बड़ा मौका है जो रेशम उद्योग से जुड़े हैं और अपनी कला और मेहनत को एक बड़ी पहचान देना चाहते हैं।