देहरादून| उत्तराखंड की राजधानी देहरादून में सड़क हादसों को रोकने के लिए पुलिस ने कमर कस ली है| तेज रफ्तार से हो रही दुर्घटनाओं पर अंकुश लगाने के लिए पुलिस ने आधुनिक उपकरणों और तकनीकों का सहारा लिया है| जिले के डोईवाला, ऋषिकेश, सहसपुर और विकासनगर थानों को स्पीड रडार गन उपलब्ध कराई गई हैं| इन गन की मदद से हाईवे और दुर्घटना संभावित इलाकों में तेज गति से वाहन चलाने वालों पर सख्त कार्रवाई की जाएगी| मौके पर ही उनका चालान किया जाएगा|
देहरादून के एसएसपी अजय सिंह ने सभी थाना प्रभारियों को अपने क्षेत्रों में दुर्घटना संभावित स्थानों को चिह्नित कर आवश्यक कदम उठाने के निर्देश दिए हैं| वर्तमान में शहर के स्टेट और नेशनल हाईवे पर यातायात पुलिस के पास तीन इंटरसेप्टर वाहन, दो बाइक और चार स्मार्ट कैमरे हैं, जिनसे ओवरस्पीड वाहनों पर नजर रखी जा रही है| अब स्थानीय पुलिस भी हाईवे पर स्पीड रडार गन का इस्तेमाल करके मौके पर चालान कर सकेगी| यह कदम सड़क सुरक्षा बढ़ाने और तेज रफ्तार वाहनों के कारण हो रहे हादसों को कम करने के लिए उठाया गया है|
ओवरस्पीडिंग पर होगी तुरंत कार्रवाई
स्पीड रडार गन की मदद से हाईवे पर ओवरस्पीड वाहनों की तुरंत पहचान होगी और मौके पर ही कार्रवाई सुनिश्चित की जाएगी| खासतौर पर डोईवाला, ऋषिकेश, सहसपुर और विकासनगर के मुख्य हाईवे और दुर्घटना संभावित इलाकों में रडार गन का इस्तेमाल किया जाएगा| प्रेमनगर, डीआईटी राजपुर और मोहकमपुर जैसे स्थानों पर पहले से स्मार्ट कैमरे लगे हैं, जो ओवरस्पीडिंग पर नजर रखते हैं लेकिन अब इन कैमरों के साथ-साथ स्थानीय पुलिस की रडार गन और इंटरसेप्टर वाहनों का भी इस्तेमाल किया जाएगा|
लोगों को किया जाएगा जागरूक
पुलिस का कहना है कि इस पहल के जरिए न केवल चालान किए जाएंगे बल्कि लोगों को यातायात नियमों के पालन के लिए जागरूक भी किया जाएगा| यह कदम सड़क हादसों को कम करने और यातायात को सुरक्षित बनाने की दिशा में मील का पत्थर साबित हो सकता है|