ऋषिकेश। उत्तराखंड के हस्तशिल्प कारीगरों को आर्थिक सशक्तिकरण और व्यावसायिक कौशल से जोड़ने के लिए ऋषिकेश नेचुरल फाइबर हैंडीक्राफ्ट्स प्रोड्यूसर कंपनी लिमिटेड द्वारा छह दिवसीय उद्यमिता विकास कार्यक्रम (EDP) का आयोजन किया जा रहा है। 3 फरवरी से 8 फरवरी तक चलने वाले इस प्रशिक्षण कार्यक्रम को विकास आयुक्त (हस्तशिल्प), वस्त्र मंत्रालय, भारत सरकार का सहयोग प्राप्त है।
तपोवन लक्ष्मणझूला स्थित सेरेनिटी होटल में आयोजित इस कार्यक्रम में कारीगरों को GST, वित्तीय प्रबंधन, विपणन रणनीतियाँ, गुणवत्ता नियंत्रण और ई-कॉमर्स जैसे विषयों पर प्रशिक्षित किया जा रहा है। इसका उद्देश्य उन्हें व्यवसाय के आधुनिक तौर-तरीकों से जोड़ना और उनके उत्पादों को वैश्विक बाजार में प्रतिस्पर्धी बनाना है।
कार्यक्रम के चौथे दिन GST कराधान और वित्तीय प्रबंधन पर एक महत्वपूर्ण सत्र आयोजित किया गया, जिसका नेतृत्व कर विशेषज्ञ अनिल कुकरेती ने कारीगरों को वित्तीय योजना, कर अनुपालन और व्यापारिक कराधान की बारीकियों से अवगत कराया।
कार्यक्रम के आयोजकों ने बताया कि EDP के जरिए कारीगरों को आत्मनिर्भर बनाने और सतत विकास की दिशा में आगे बढ़ाने का प्रयास किया जा रहा है। आगामी दिनों में कार्यक्रम के तहत और भी महत्वपूर्ण सत्र आयोजित किए जाएंगे। ई-कॉमर्स और डिजिटल मार्केटिंग पर जोर दिए जाने से कारीगरों को अपने उत्पादों को ऑनलाइन प्लेटफॉर्म पर बेचने का अवसर मिलेगा। विशेषज्ञों का मानना है कि इससे उत्तराखंड के पारंपरिक हस्तशिल्प को राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर पहचान दिलाने में मदद मिलेगी।
ममता नेगी, बीना पुंडीर और अमित डोभाल समेत करीब 20 कारीगरों व उद्यमियों ने इस कार्यक्रम में हिस्सा लिया। प्रतिभागियों ने कहा कि इस तरह के प्रशिक्षण उनके व्यवसाय को सही दिशा देने में मददगार साबित होंगे।