तपोवन, ऋषिकेश – उत्तराखंड के हस्तशिल्प कारीगरों को व्यवसायिक कौशल सिखाने और आत्मनिर्भर बनाने के उद्देश्य से ऋषिकेश नैचुरल फाइबर हैंडीक्राफ्ट्स प्रोड्यूसर कंपनी लिमिटेड द्वारा 6 दिवसीय उद्यमिता विकास कार्यक्रम (EDP) का आयोजन किया जा रहा है। यह कार्यक्रम 20 फरवरी से 25 फरवरी तक सेरेनिटी होटल, तपोवन लक्ष्मणझूला, टिहरी गढ़वाल में आयोजित किया जाएगा।
यह पहल विकास आयुक्त (हस्तशिल्प), वस्त्र मंत्रालय, भारत सरकार के सहयोग से की जा रही है। इसमें कारीगरों और हस्तशिल्प उद्यमियों को वित्तीय प्रबंधन, मार्केटिंग रणनीतियाँ, गुणवत्ता नियंत्रण और ई-कॉमर्स जैसे विषयों पर विशेषज्ञों द्वारा प्रशिक्षण दिया जाएगा, जिससे वे अपने उत्पादों को राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय बाजारों तक पहुँचा सकें।
विशेषज्ञों की होगी भागीदारी
इस कार्यक्रम में उद्योग विशेषज्ञों और अनुभवी पेशेवरों द्वारा व्यावसायिक सत्र आयोजित किए जाएंगे। इसके तहत प्रैक्टिकल वर्कशॉप, लाइव बिजनेस पिचिंग और नेटवर्किंग सेशन भी होंगे, जहाँ कारीगर अपने उत्पादों के व्यवसायिक पहलुओं को समझ सकेंगे। विशेष्ज्ञों ने कारीगरों को व्यवसाय प्रबंधन और बाज़ार विस्तार की बारीकियाँ समझाने पर विशेष जोर दिया।
बताया कि यह कार्यक्रम भारतीय सरकार के ‘आत्मनिर्भर भारत’ और ‘वोकल फॉर लोकल’ पहल के अनुरूप है, जिसका उद्देश्य कारीगरों को आत्मनिर्भर बनाना और पारंपरिक हस्तशिल्प को राष्ट्रीय व अंतरराष्ट्रीय स्तर पर पहचान दिलाना है।
मुख्स अतिथि ने बढ़ाया उत्साह
कार्यक्रम के उद्घाटन अवसर पर मुख्य अतिथि श्रीमती नीलम बिजलवान, अध्यक्ष, नगर पालिका परिषद मुनि की रेती, टिहरी गढ़वाल, ने कारीगरों को प्रोत्साहित करते हुए कहा, “स्थायी उद्यमिता को बढ़ावा देने के लिए ऐसे प्रशिक्षण कार्यक्रम बेहद महत्वपूर्ण हैं। इससे पारंपरिक हस्तशिल्प को संरक्षित करने के साथ-साथ इसे आधुनिक बाजार की आवश्यकताओं के अनुरूप ढाला जा सकता है।”
संस्थान का संकल्प
ऋषिकेश नैचुरल फाइबर हैंडीक्राफ्ट्स प्रोड्यूसर कंपनी लिमिटेड ने इस कार्यक्रम के माध्यम से कारीगरों को सतत विकास के लिए आवश्यक संसाधन, प्रशिक्षण और बाज़ार में पहुँच प्रदान करने की प्रतिबद्धता जताई है।
कार्यक्रम में श्री एस.एस. नेगी पूर्व सहायक निदेशक डीआईसी, देहरादून, श्रीमती गीता चंदोला अध्यक्ष भारतीय ग्रामोथान संस्था ढालवाला, हस्तशिल्प डिज़ाइनर प्रेरणा रतूड़ी, प्रोड्यूसर कंपनी के निदेशक अनिल चंदोला एवं मास्टर हस्तशिल्पी श्रीमती बीना पुंडीर, उद्यमिता विशेषज्ञ अमित डोभाल, श्रीमती बिमला चौहान आदि मौजूद रहे।