ऋषिकेश,22 दिसम्बर।ग्राम सभा श्यामपुर के नम्बरदार फार्म में लोक कल्याण के लिए स्थानीय दुर्गा कीर्तन मण्डली द्वारा आयोजित नौ दिवसीय श्रीमद देवी भागवत कथा का आयोजन 23 दिसम्बर से 31 दिसंबर तक किया जा रहा है।कथा व्यास राष्ट्रीय कथा वक्ता वैष्णवाचार्य पण्डित शिव स्वरूप नौटियाल ने कहा कि भारतीय संस्कृति में नारी शक्ति का सम्मान हमारी वैदिक परंपरा है।हम गृहस्थ हों या सन्यासी हमारा प्रथम कर्तव्य मातृ शक्ति का सम्मान है।एक सन्यासी को सन्यास धारण करने से पूर्व भी मातृ देवो भवः, पितृ देवो भवः तत्पश्चात गुरुदेवो भवः की महिमा का पाठ पढ़ाया जाता है।यह महिला सशक्तिकरण का ही उदाहरण है कि हमारी कीर्तन मण्डलियां अपने दैनिक कार्यों का सफल संपादन करते हुए प्रभु नाम स्मरण के साथ साथ श्रीमद कथाओं के आयोजनों के क्षेत्र में भी आगे बढ़ रही हैं।उन्होंने कहा कि आज नम्बरदार फार्म में आयोजन समिति की बैठक में प्रतिभाग करते हुए मातृ शक्ति ने श्रीमद देवी भागवत में मिलजुलकर सामूहिक रूप से सहयोग करने की बात कही।शिक्षा संस्कृति उत्थान न्यास के प्रान्त पर्यावरण प्रमुख पर्यावरण विद विनोद जुगलान ने अपने संदेश में कहा कि शिक्षा संस्कारवान और मूल्य परक हो इसके लिए बच्चों को आध्यात्म और वेदों से जोड़ना होगा।शिक्षा में भारतीयता के बिना शिक्षा अधूरी है।इसके लिए बच्चों को संस्कार पोषण करना नितांत आवश्यक है जो हमें वेदों के अध्ययन और श्रीमद कथाओं के श्रवण से ही मिल सकता है।इस अवसर पर ग्राम प्रधान श्यामपुर विजय पाल सिंह जेठूड़ी,फतेह चंद पाल,राजेश सेमल्टी,मोहन लाल पेटवाल,दुर्गा कीर्तन मण्डली की बसंती भट्ट,सरोजनी बड़ोला, प्रकाशी देवी लखेड़ा,ममता जोशी,सुमन जोशी,गौमती सेमल्टी,अनिता तड़ियाल,ममता गौड़,अनिता कुलियाल,ऊषा सेमवाल,शोभा भट्ट,लक्ष्मी कुकरेती,सुधा सेमवाल,पार्वती क्षेत्री,यशोदा कंडवाल, कमला सिलस्वाल आदि प्रमुख रूप से मौजूद रहे।