विनोद जुगलान
उत्तरकाशी।सोमवार को मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी जिले के प्रभारी मंत्री प्रेम चंद अग्रवाल सहित राम लीला मैदान में आयोजित दीदी भुलि महिला सम्मान महोत्सव में पहुँचे तो यहाँ स्वागत में की गई तैयारियों और ऐतिहासिक भीड़ को देखकर गदगद होगये।सबसे पहले यहाँ पहुंचते ही मुख्यमंत्री और प्रभारी मंत्री ने देवभूमि उत्तराखंड की पौराणिक विरासत और वर्षों से गौपालन से आर्थिकी की आधार बनी बद्री गायों का पूजन कर कार्यक्रम का शुभारंभ प्रकृति और संस्कृति के संरक्षण का संदेश दिया।हमनें यहां पारंपरिक परिधानों में पहुँची अधिकतर महिलाओं से सरकारी योजनाओं की जानकारी चाही तो उन्होंने कहा कि हम योजनाओं के लाभ की नहीं उस मुख्यमंत्री को देखने आए हैं जिन्होंने सिलक्यारा की सुरँग में फंसे 41 मजदूरों को सुरंग से सुरक्षित बाहर निकालने में सफल प्रयास किया।यहाँ राम लीला मैदान में बड़ी संख्या में महिला स्वयं सहायता समूहों ने अपने उत्पादों की प्रदर्शनी लगाई थी।जिनमें उच्च हिमालयी क्षेत्र में रहने वाले भेड़ पालकों द्वारा भेड़ की ऊन के उत्पाद, पहाड़ी लाल चावल उगाने वाली महिलाओं द्वारा ओखली में धान कूटकर मुख्यमंत्री धामी ने अपने बचपन के दिनों की याद ताजा की।नेहरू इंस्टिट्यूट ऑफ माउंटेनिंग अधिकारियों ने आयोजन स्थल के समीप तीन मंजिला इमारत छत से रस्सी के सहारे एक महिलाकर्मी को सफल रेस्क्यू का प्रदर्शन किया।भेड़ पालकों के स्टाल पर जब मुख्यमंत्री पहुँचे तो शिक्षा संस्कृति उत्थान न्यास के प्रान्त पर्यावरण प्रमुख विनोद जुगलान ने मुख्यमंत्री को भीमल के संरक्षण संवर्धन के लिए भीमल विकास बोर्ड की स्थापना करने की आवश्यकता पर जोर दिया।मुख्यमंत्री धामी ने सहर्ष स्वीकार किया।भविष्य में भीमल विकास बोर्ड के गठन पर सहमति भी जताई,उपस्थित भीड़ ने कहा यह एक अच्छा सुझाव है इस ओर ध्यान दिया जाना चाहिए।
दूसरी ओर चिन्यालीसौड़ स्थित परम्परा गत पीतल तांबे के ढोल,तुरई,रण सिंघा,पीतल के बर्तन बनाने वाले गीता हस्तशिल्प कारीगर प्रदीप टम्टा को मुख्यमंत्री द्वारा उनके प्रदर्शनी स्टाल पर न आने से मायूसी छा गयी।प्रदर्शनियों के अवलोकन के बाद मुख्यमंत्री ने उत्तरकाशी में चल रही कई योजनाओं के शिलापट्टों का शिलान्यास भी किया।मुख्यमंत्री धामी ने अपने उद्बोधन में कहा कि हम उत्तराखंड को आदर्श राज्य बनाने की दिशा में प्रयासरत हैं देवभूमि में अवैध मजारों अतिक्रमणों का ध्वस्तीकरण इसी क्रम में एक प्रयास है।यह तब तक जारी रहेगा जब तक हम देवभूमि को आदर्श राज्य नहीं बना लेते।
मिशन सिलक्यारा कॉफी टेबल बुक का किया लोकापर्ण ।पुलिस अधीक्षक यदुवंशी यादव के निर्देशन में पुलिस उपाधीक्षक अनुज कुमार द्वारा संपादित मिशन सिलक्यारा के सफलता की कहानी पर आधारित कॉफी टेबल बुक के लोकापर्ण से पूर्व जनपद के प्रभारी मंत्री प्रेमचंद अग्रवाल ने सिलक्यारा मिशन की सफलता के लिए मिशन में सम्मिलित सभी विभागीय अधिकारियों मजदूरों सहित मुख्यमंत्री उत्तराखण्ड एवं प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का आभार जताया।
कार्यक्रम आयोजन स्थल तक पहुंचने में भीड़ को जोशियाड़ा पुल पर पुलिसकर्मियों द्वारा नियंत्रित करते हुए सर्दी में भी भारी पसीना बहाना पड़ा।झूलापुल पर भीड़ के हजूम के बढ़ने से पुल हिलता डुलता रहा जिससे महिलाओं की भीड़ डरते सहते हुए आगे बढ़ीं।कार्यक्रम के समापन पर सड़कों पर भारी जाम लग गया जिससे यातायात व्यवस्था चरमरा गई।
सुरक्षा की दृष्टि से अनुकूल नहीं था स्थान-संकरी गलियों से गुजरती भीड़ ने यह उजागर कर दिया कि यदि किसी धक्का मुक्की से कोई भगदड़ मच जाती तो भारी जनहानि होने की प्रबल संभावना से इनकार नहीं किया जा सकता था।भारी संख्या में उमड़ी यह भीड़ के राजनैतिक मायने जो भी हों लेकिन भविष्य में इस स्थल तक पहुंचने के लिए एक अस्थाई पुल की भी जरूरत सरकार को समझने की आवश्यकता है।आयोजन को बागवानी विकास परिषद के उपाध्यक्ष राज कुमार ने भी संबोधित किया।मौके पर टिहरी गढ़वाल की लोक सभा सांसद माल्या राज लक्ष्मी शाह,गंगोत्री विधायक सुरेश सिंह चौहान,यमनोत्री विधायक संजय डोभाल,जिला पंचायत अध्यक्ष दीपक बिजल्वाण, पूर्वमंत्री लाखी राम जोशी,भारतीय ग्रामोत्थान संस्था ढालवाला टिहरी गढ़वाल के संस्था प्रभारी अनिल चंदोला,डीएम उत्तरकाशी अभिषेक रोहिला,उद्योग विभाग की महाप्रबंधक शैली डबराल,गढ़वाल मण्डल विकास निगम के सेवानिवृत्त अधिकारी सुशील नौटियाल सहित बड़ी संख्या में महिला समूह उपस्थित रहे।
कार्यक्रम के समापन की घोषणा से पूर्व मुख्यमंत्री धामी ने उपस्थित जनसमूह एवं समस्त अधिकारियों को नशा मुक्त उत्तराखंड की शपथ दिलाई।