ऋषिकेश।बीते रविवार को आईडीपीएल वीरभद्र क्षेत्र में घुस आया जँगली हाथी देर रात वापस राजाजी नेशनल पार्क की ओर निकल गया लेकिन साथ ही एक महत्वपूर्ण सवालिया बात यह है कि बीते वर्षो में वन्यजीवों की आमद ज्यादा क्यों बढ़ चली है।इसका उत्तरहै कि नदी तट क्षेत्र में नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल (एनजीटी)के निर्देशों का अनुपालन नहीं हो रहा है।वीरभद्र बैराज से लेकर रायवाला क्षेत्र तक राष्ट्रीय नदी गंगा जी के तट पर किसी भी प्रकार की गंदगी फेंकने पर सख्त रोक लगाई गई है।निर्देशों के बावजूद भी सम्बन्धित अधिकारी मौन बने हुए हैं।यहाँ गंगाजी एवं उसकी सहायक नदियों पर कूड़े के अवैध ट्रेचिंग ग्राउंड बनाये गए हैं।जिससे हल्की सी बारिश होने के बाद ही यह गन्दगी बहकर उसकी सहायक नदियों से होते हुए गंगातल में समा रही है।जिससे करोड़ों लोगों की श्रद्धा प्रभावित हो रही है।शिक्षा संस्कृति उत्थान न्यास के प्रान्त पर्यावरण प्रमुख एवं नगर निगम ऋषिकेश के स्वच्छता ब्राण्ड अम्बेसडर पर्यावरण विद विनोद जुगलान कहा कि इसे जागरूकता की कमी कहें या सम्बन्धित अधिकारियों की लापरवाही करोड़ों श्रद्धालुओं की आस्था की प्रतीक माँ भगवती गंगाजी हिमालय से निकलने के बाद ज्यों ही मैदानी भूभाग में पहुंच रही है यहाँ सरकार की गंगा संरक्षण की महत्वपूर्ण योजनाओं के बाद भी लोग गंगा जी की निर्मलता को बट्टा लगा रहे हैं।सौंग नदी हो या सुसवा,रम्भा नदी से लेकर बंगाला नाले तक लोग प्रातः भ्रमण के नाम पर घर से निकलते ही नदियों के किनारे घरों का कूड़ा सैनिटरी के गंदे कूड़े को नदी नालों में प्रवाहित करके पाप के भागीदार बन रहे हैं।उन्होंने कहा कि माँ भगवती गंगा जी नदी मात्र नहीं हमारी सांस्कृतिक विरासत है।इसके संरक्षण के लिए नैतिकता को अपनाना होगा।उन्होंने कहा कि हमारे जनप्रतिनिधियों की नैतिक जिम्मेदारी है कि नदियों की निर्मलता के लिए जनता को जागरूक करें।साथ ही गंगा स्वच्छता में भागीदारी सुनिश्चित करने के लिए आध्यात्मिक गुरुओं को भी आगे आना चाहिए।जुगलान ने कहा कि नदी तट पर लगे कूड़े के ढेर वन्यजीवों को अपनी ओर आकर्षित कर रहे हैं।इससे आबादी क्षेत्र में खतरनाक वन्यजीवों की आमद होने और नदी जल से बीमारी फैलने का खतरा बढ़ जाता है।उन्होंने कहा कि राज्य स्थापना के 23 वर्षों बाद भी मृत पशुओं के निस्तारण की समुचित व्यवस्था न होने से नदी तट पर जगह जगह मृत पशुओं के अवशेष पाए जा रहे हैं।जिला गंगा सुरक्षा समिति के सदस्य विनोद जुगलान ने कहा कि अगले मंगवार को समिति की मासिक बैठक में मामला जिलाधिकारी के संज्ञान में लाया जायेगा।वनविभाग सहित स्थानीय स्तर पर कूड़ा उपयुक्त जगह पर निस्तारण करने की कार्यवाही अमल में लायी जाएगी।नदी क्षेत्र में कूड़ा करकट फेंकने वालों के साथ ही सम्बन्धित अधिकारी की भी जिम्मेदारी सुनिश्चित करने का आग्रह किया जाएगा।