ऋषिकेश।रविवार 24 दिसम्बर।न्याय पँचायत क्षेत्र ग्राम सभा श्यामपुर के नम्बरदार फार्म स्थित श्री दुर्गामाता मन्दिर में दुर्गा कीर्तन मण्डली के आवाह्न पर लोक कल्याण के लिए आयोजित कथा व्यास वैष्णवाचार्य पण्डित शिव स्वरूप नौटियाल ने उपस्थित श्रद्धालुओं को संबोधित करते हुए कहा कि परामब्बा माँ भगवती के नौ रूपों के पूजन की यदि विधि विधान से पूजा अर्चना का ज्ञान अगर प्राप्त कर लिया जाए तो घर सिर्फ घर नहीं रहता बल्कि माँ भगवती का निवास बन जाता है।कलियुग में कीर्तन की महत्ता का वर्णन हमारे वेद पुराणों में भी उल्लिखित है।प्रभुनाम संकीर्तन से पापों का नाश होता है।कथा संचालक शिक्षा संस्कृति उत्थान न्यास के प्रान्त पर्यावरण प्रमुख पर्यावरण विद विनोद जुगलान ने कहा कि हरिनाम कथाएं हमारे जीवन की व्यथाओं को हर लेती हैं।अगली पीढ़ी के लिए जल संरक्षण के साथ साथ प्रकृति और संस्कृति का संरक्षण जरूरी है।इस अवसर पर सोमवती सेमल्टी,सरस्वती देवी,लता देवी,पूनम देवी,बसंती देवी,सरोजनी बड़ोला, प्रकाशी लखेड़ा,ममता जोशी,अनिता कुलियाल,लक्ष्मी कुकरेती,आचार्य अमित कोठारी,आचार्य नरेश मदवाण,आचार्य सौरभ सेमवाल,सेम मुखेम नागराज उपासक आचार्य रविन्द्र भट्ट,राघव गोदियाल,पण्डित नंद किशोर भट्ट, दीपक जुगलान,आकाश रावत,अनिल,रमेश सिंह,अरविन्द रावत प्रमुख रूप से उपस्थित रहे।