ऋषिकेश,दिसम्बर 29/2023,श्यामपुर। नम्बरदार फार्म में श्रीमद देवी भागवत कथा में प्रतिदिन निरंतरभीड़ उमड़ रही है।दुर्गा कीर्तन मण्डली की ओर से लोक कल्याण के लिए आयोजित श्रीमद देवी भागवत कथा के सप्तम दिवस की कथा में व्यास पीठ वैष्णवाचार्य शिव स्वरूप नौटियाल ने कहा कि देवभूमि उत्तराखंड देवों की भूमि इसलिए है कि यहां हमारी संस्कृति को देवों ने भी विभिन्न कालखण्डों में अपने जपतप के लिए चुना।हमें अपनी सांस्कृतिक विरासत की इस देवभूमि उत्तराखंड के संरक्षण के लिए आगे आना होगा।उन्होंने कहा हमारी इस देवधरा के संरक्षण के लिए मूल निवास की माँग का सभी को समर्थन करना चाहिए।उन्होंने कहा कि जलवायु परिवर्तन को रोकना है तो पेड़ पर्वत नदी और देवधरा सबका सम्मान करना भी अगली पीढ़ी को सिखाना हम सब की नैतिक जिम्मेदारी है।कथा सेम नाजराज के परम उपासक एवं नाजराज के पेशवा टीका राम जोशी,सेमनागराज मंदिर के पुजारी पण्डित रविन्द्र भट्ट देव डोली के साथ कथा में विराजे।जहाँ स्थानीय दुर्गा कीर्तन मण्डली की महिला सदस्यों के साथ साथ आचार्यो ने वैदिक रीति से मंत्रोचारण के साथ पुष्प वर्षा कर देव डोली का स्वागत किया।दूसरी ओर साथ ही सुरकण्डा माता के उपासक रोनी कपसुडी एवं मनीष राणा ने कथा में उपस्थिति दर्ज कराई।नाजराज की देवडोली के साथ सैकड़ों की संख्या में लोगों कथा श्रवण का लाभ लिया।इस अवसर पर आचार्य सौरभ सेमवाल,ज्योतिषाचार्य अमित कोठारी,पण्डित नंद किशोर भट्ट,पं.रमेश भट्ट,महेश पँत,मनीष गोदियाल,राम चन्द्र जोशी,दीपक जुगलान,लक्ष्मण सिंह चौहान,महावीर उपाध्याय,महेश चौहान, मुकेश धनाई, राजेश सेमल्टी,विजेंद्र उनियाल,मोहन लाल आदि प्रमुख रूप से देवडोली आगमन पर स्वागत में सम्मिलित रहे।देव डोली एवं देवता के पष्वा (पेशवा)ने ढोल दमाऊ की थाप पर खूब नृत्य कर उपस्थिति को मंत्रमुग्ध कर बांधे रखा।भारी संख्या में उमड़ी भीड़ को नियंत्रित करने में आयोजक कर्ताओं को भारी मेहनत करनी पड़ी।-विप्र