राज्य में 31 जुलाई से दो अगस्त तक घटित आपदा से भारी नुकसान हुआ है तथा प्रदेश में हुई अत्यधिक वर्षा के कारण जनपद हरिद्वार में 04, चमोली में 01, रूद्रप्रयाग में 03, टिहरी गढ़वाल में 03 एवं देहरादून में 06 (कुल-17) व्यक्तियों की मृत्यु हुई है।
31 अगस्त को अतिवृष्टि से जनपद हरिद्वार में 08, देहरादून में 01 (कुल-09) व्यक्ति घायल हुए एवं जनपद नैनीताल में वर्षा/अतिवृष्टि से नाले के तेज बहाव में 07 वर्षीय बच्चा बहने से लापता हुआ जिसकी खोजबीन अभी भी जारी है।
वही श्री केदारनाथ धाम, लिनचोली, भीमबली, चौमासी-कालीमठ पैदल मार्ग, गौरीकुण्ड से सोनप्रयाग आने वाले दिनांक 02.08.2024 तक 7234 व्यक्तियों को सकुशल रेस्क्यू किया गया। शेष विभिन्न स्थानों पर फसे व्यक्तियों का भारतीय वायुसेना के एम आई 17 तथा चिनुक हैलीकॉप्टर के माध्यम से रेस्क्यू कार्य प्रचलित है।
दिनांक 31. अगस्त को हरिद्वार, चमोली, टिहरी में कुल 03 भवन, रूद्रप्रयाग एवं टिहरी में 02 पुल तथा रूद्रप्रयाग में 01 लकडी का पुल क्षतिग्रस्त हुआ है।आपदा प्रभावित क्षेत्रों में भारतीय वायुसेना के 02 हेलीकॉप्टर, राज्य के 04 हेलीकॉप्टर रेस्क्यू कार्य में लगे हैं। उक्त के अतिरिक्त राहत कार्यों में एन०डी०आर०एफ० की 12 टीमें, एस०डी०आर०एफ०- 60 कर्मी तथा जनपद रूद्रप्रयाग की जिला आपदा राहत दल की 26 कर्मी सम्बन्धित जनपद के पुलिस फायर एवं वन विभाग की टीमें तैनात की गई है।
तद् दिनांक तक जनपद नैनीताल के अलावा किसी भी जनपद में किसी भी व्यक्ति की गुमशुदगी दर्ज नहीं करायी गयी है।एनडीआरएफ, एसडीआरएफ, DDRF, वन विभाग, संबंधित जिला पुलिस और फायर एवं इमरजेंसी सेवाएं की टीमें बचाव कार्य में जुटीं हैं।