विश्व कैंसर दिवस के अवसर पर भारतीय ग्रामोथान संस्था में कार्यरत महिलाओं के लिए गंगा प्रेम हॉस्पिटल की ओर से कैंसर जागरूकता कार्यशाला का आयोजन किया गया। इस कार्यशाला में महिलाओं को कैंसर के लक्षण, बचाव और उपचार के बारे में विस्तृत जानकारी दी गई।इस कार्यशाला का उद्देश्य महिलाओं को कैंसर के बढ़ते खतरे, इसके लक्षण, रोकथाम और समय पर उपचार की महत्ता के बारे में जागरूक करना था।

कार्यशाला का नेतृत्व गंगा प्रेम हॉस्पिटल से कैंसर विशेषज्ञ डॉ. जया नेगी ने किया। उन्होंने बताया कि कहा कि कैंसर आज एक आम बीमारी बन चुकी है, लेकिन यदि इसके लक्षणों को प्रारंभिक चरण में ही पहचान लिया जाए तो इसका इलाज संभव है। उन्होंने बताया कि स्तन कैंसर और गर्भाशय ग्रीवा (सर्वाइकल) कैंसर महिलाओं में सबसे आम हैं, और समय पर जांच और सही जीवनशैली अपनाकर इस बीमारी से बचा जा सकता है।
उन्होंने महिलाओं को स्वस्थ आहार, नियमित व्यायाम, तंबाकू और शराब से परहेज करने की सलाह दी, जो कैंसर के खतरे को काफी हद तक कम कर सकते हैं। इसके अलावा, उन्होंने साल में कम से कम एक बार हेल्थ चेकअप कराने की जरूरत पर जोर दिया, ताकि किसी भी संभावित समस्या को समय रहते रोका जा सके।
कार्यशाला के दौरान स्वस्थ जीवनशैली और कैंसर की रोकथाम पर विशेष सत्र आयोजित किया गया, जिसमें महिलाओं को स्व-परिक्षण (Self-Examination) तकनीक, शुरुआती लक्षणों को पहचानने के तरीके, मुफ्त स्वास्थ्य जांच सुविधाओं और सही खानपान की आदतों के बारे में जानकारी दी गई।
इसके अलावा, सरकार द्वारा चलाए जा रहे मुफ्त कैंसर जांच और उपचार योजनाओं के बारे में भी विस्तार से बताया गया, ताकि जरूरतमंद महिलाएं समय पर इन सुविधाओं का लाभ उठा सकें।
भारतीय ग्रामोथान संस्था की अध्यक्षा श्रीमती गीता चंदोला ने कार्यशाला को संबोधित करते हुए कहा कि महिलाओं के स्वास्थ्य को प्राथमिकता देना बेहद जरूरी है। उन्होंने कहा, “आज भी कई महिलाएं बीमारी के लक्षणों को नजरअंदाज कर देती हैं या जानकारी के अभाव में सही समय पर इलाज नहीं करवा पातीं। ऐसे में जागरूकता अभियान बेहद आवश्यक हैं। हमारी संस्था महिलाओं के सशक्तिकरण और उनके स्वास्थ्य कल्याण के लिए हमेशा तत्पर रहती है।”
कार्यशाला के अंत में महिलाओं ने कैंसर से बचाव और उसके प्रारंभिक लक्षणों को पहचानने की जानकारी लेकर इसे अन्य लोगों तक पहुंचाने का संकल्प लिया।
इस अवसर पर सामाजिक कार्यकर्ता अंजिता नाथ, अमीषा, निहारिका, हरि कृष्णा, संस्था से नरेन्द्र कुक्शाल, रामसेवक रतूड़ी, ममता नेगी, संस्था में कार्यरत महिलाएं आदि लोग उपस्थित रहे।