ढालवाला मुनि की रेती-
मंगलवार को जिला उद्योग केन्द्र नरेन्द्रनगर के सहयोग से भारतीय ग्रामोत्थान संस्था के परिसर में महिला उद्यमिता पर एक कार्यशाला का आयोजन किया गया। इस कार्यशाला की मुख्य अतिथि श्रीमती विनोद उनियाल, उपाध्यक्ष उत्तराखण्ड महिला उद्यमिता परिषद, रहीं। कार्यशाला का उद्देश्य महिलाओं को उद्यमिता के क्षेत्र में प्रोत्साहित करना और उन्हें अपने व्यवसायों को सफल बनाने के लिए आवश्यक जानकारी प्रदान करना था।
कार्यक्रम के शुरुआत में, भारतीय ग्रामोत्थान संस्था के निदेशक श्री अनिल चंदोला ने श्रीमती विनोद उनियाल का स्वागत किया और उन्हें संस्था के कार्यों से परिचित कराया। उन्होंने श्रीमती विनोद उनियाल को संस्था के विभिन्न विभागों और वहां कार्यरत महिलाओं से मिलवाया, जिससे वे संस्था की गतिविधियों को समझ सकें।
मुख्य अतिथि श्रीमती विनोद उनियाल ने कहा, “महिला उद्यमिता को बढ़ावा देने के लिए ऐसे मंचों की आवश्यकता है जहाँ महिलाओं को अपने विचारों को साझा करने का मौका मिले और उन्हें आवश्यक मार्गदर्शन मिले। भारतीय ग्रामोत्थान संस्था के प्रयास सराहनीय हैं, जो महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने की दिशा में काम कर रही है। मैं आश्वस्त हूं कि इस प्रकार की कार्यशालाएं महिलाओं को सशक्त बनाने में सहायक होंगी और वे समाज में अपनी पहचान बना सकेंगी।”
कार्यशाला में विशेष अतिथि श्री हरीश चन्द्र हटवाल, महाप्रबंधक जिला उद्योग केन्द्र नरेन्द्रनगर ने भी अपने विचार साझा किए। उन्होंने महिलाओं को उद्यमिता के विभिन्न पहलुओं पर विस्तृत जानकारी दी और उन्हें यह बताया कि कैसे वे अपने छोटे व्यवसायों को सफल बना सकती हैं। श्री हटवाल ने कहा, “हमारे राज्य में महिलाओं के लिए कई सरकारी योजनाएं उपलब्ध हैं, जिनका सही उपयोग करके वे अपने व्यवसाय को आगे बढ़ा सकती हैं।”
भारतीय ग्रामोत्थान संस्था की अध्यक्ष श्रीमती गीता चंदोला ने कहा, “महिलाओं को उद्यमिता के क्षेत्र में प्रोत्साहन देना हम सबकी जिम्मेदारी है। भारतीय ग्रामोत्थान संस्था महिलाओं को रोजगार और आत्मनिर्भरता के लिए सशक्त बनाने के प्रयासों में सदैव अग्रणी रही है। इस कार्यशाला का उद्देश्य यही है कि हम महिलाओं को उनके आत्मविश्वास और उद्यमिता की क्षमता को पहचानने में मदद करें।”
संस्था के निदेशक श्री अनिल चंदोला ने उद्यमिता के विभिन्न पहलुओं पर विस्तार से जानकारी दी। उन्होंने बताया कि कैसे महिलाएं अपनी उद्यमिता यात्रा की शुरुआत कर सकती हैं और कैसे वे इसे विभिन्न स्तरों पर विकसित कर सकती हैं। “हमारी संस्था का उद्देश्य महिलाओं को व्यवसाय की दुनिया में आत्मनिर्भर बनाने का है, और हम उन्हें शुरू से अंत तक सभी आवश्यक जानकारियां और संसाधन प्रदान करते हैं,” श्री चंदोला ने कहा।
कार्यक्रम का संचालन संस्था के जनसंपर्क अधिकारी श्री नरेन्द्र कुकशाल द्वारा किया गया। उन्होंने कहा कि इस कार्यक्रम ने यह स्पष्ट कर दिया कि भारतीय ग्रामोत्थान संस्था महिलाओं के सशक्तिकरण के लिए निरंतर प्रयासरत है, और आने वाले समय में भी ऐसे आयोजन जारी रखे जाएंगे, जो महिलाओं को व्यवसाय और उद्यमिता के क्षेत्र में आगे बढ़ने के लिए प्रेरित करेंगे।
कार्यशाला में उत्तराखण्ड शिल्परत्न धारक श्रीमती बीना पुण्डीर, विमला चौहान, रामसेवक रतूड़ी, पूर्णिमा पंवार, प्रेरणा रतूड़ी, रजनी उनियाल, मधु चौहान, वेद प्रकाश तिवारी और संस्था में कार्यरत महिलाएं आदि उपस्थित रहे।




