रक्षा बंधन के अवसर पर इस बार भारतीय ग्रामोत्थान संस्था, ढालवाला, ऋषिकेश में प्राकृतिक रेशो और सीड पेपर युक्त राखी का स्थानीय स्वयं सहायता समूहों की महिलाओ द्वारा उत्पादन किया जा रहा है जिसमे नरेंद्र नगर के 3 स्वयं सहायता समूह – आत्मनिर्भर स्वयं सहायता समूह, माँ कुंजापुरी स्वयं सहायता समूह, प्रगति स्वयं सहायता समूह की लगभग 15-20 महिलाए, श्यामपुर के 03 स्वयं सहायता समूह – दुर्गा शक्ति स्वयं सहायता समूह, राधे राधे स्वयं सहायता समूह और वैष्णवी स्वयं सहायता समूह सहायता समूह की लगभग 10-15 महिलाए और ढालवाला के 04 स्वयं सहायता समूह – हरी ओम स्वयं सहायता समूह, माणिक स्वयं सहायता समूह, यमुना स्वयं सहायता समूह और गंगा स्वयं सहायता समूह की लगभग 20-25 महिलाए घर पर ही राखी का उत्पादन कर रही है | राखी का प्रयोग करने के बाद उसके सीड पेपर को किसी भी गमले में डालकर पौधा भी उगाया जा सकता है जिससे पर्यावरण भी अच्छा रहेगा | प्राकृतिक फाइबर वाली सीड पेपर युक्त राखी चुनकर आप न केवल एक टिकाऊ और पर्यावरण-अनुकूल विकल्प अपना रहे हैं बल्कि पारंपरिक शिल्प कौशल और सांस्कृतिक विरासत का भी जश्न मना रहे हैं।